____________💙मुझे याद हैं।💙____________
"किसी को याद हो या ना हो..???
पर मुझे याद है,उसका पहली बार मुझ से मुकम्मल होना।
मुझे याद है,उसका मेरे से अपने दिल के लफ्जो का जिक्र करना।
मुझे याद है,उसका और मेरा रातो-रात गुफ्तगू करना।
मुझे याद है,उसकी हर नादानी गलतियों को माफ करना।
मुझे याद है,उसके सात बीते हुए हसीन पलो का गुजरना।
मुझे याद है,उसके साथ भरी महफिलों में दिल्लगी का रंग जमाना।
पर अब सिर्फ याद ही है,क्योंकि इतिहास गवाह है जनाब।"
"सच्ची मुहब्बत रूह में पनाह नहीं देती है....!"
"अंकित जैन"
Comments
Post a Comment