_______________👎पैसा👍_____________
" आज कल की जो थी यारी, पैसों पे ही टिकी थी सारी।
जब बन नहीं रहा था कोई काम,तो पैसा कर रहा था
वो काम।
जिस के पास था पैसा,उससे बोला उधार तू देजा।
बो भी बड़े प्यार से बोला,पास नहीं था मेरे पैसा।
जिसके हाथ में नहीं था पैसा, तो कोई नहीं था उसका
अपने जैसा।
जिस दिन हाथ में आया पैसा,दुनिया बोली ये तो
अपने जैसा..!"
जब बन नहीं रहा था कोई काम,तो पैसा कर रहा था
वो काम।
जिस के पास था पैसा,उससे बोला उधार तू देजा।
बो भी बड़े प्यार से बोला,पास नहीं था मेरे पैसा।
जिसके हाथ में नहीं था पैसा, तो कोई नहीं था उसका
अपने जैसा।
जिस दिन हाथ में आया पैसा,दुनिया बोली ये तो
अपने जैसा..!"
"अंकित जैन"
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