_________ये रातो में चमकती ये बिजलियाँ_________

Meanings●
("दमन = आत्मनियंत्रण,
अज़ल = अनन्तकाल,
अस्क़ाम = बुराइयां, 
अस्बाब = वजह, 
अश्क = आँशू
इक़्तिज़ा = चाह,
इख्लास = प्रेम,")


ये रातो में चमकती ये बिजलियाँ
मेरे दिल से उतरती है कुछ खामोशियाँ
में खुदा से मिलाता हूँ अपना दमन
गर रही उसकी रहमत तो होता अज़ल

ये रातो में चमकती ये बिजलियाँ
मेरे दिल से उतरती है कुछ खामोशियाँ

में तारों से कहदू की तू चमकता रहे
अपनी रोशनी से हमको उठाया करे
में मानता हूँ है मुझ में कुछ अस्क़ाम
पर कभी कभी तो बताया कर उसका अस्बाब

ये रातो में चमकती ये बिजलियाँ
मेरे दिल से उतरती है कुछ खामोशियाँ

ये अश्क है तेरे इन्हें धरती से मिलाया न कर
धरती भी भीग जाती है अब तू अश्क को गिराया न कर
इक़्तिज़ा है मुझे तेरी,इस पर तु इतराया न कर
कभी कभी तू भी अपना इख्लास दिखाया कर

ये रातो में चमकती ये बिजलियाँ
मेरे दिल से उतरती है कुछ खामोशियाँ

                                                           -अंकित जैन

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